कुछ बात तो है इस दिल को बेकरार किया उसने। ~एकांत नेगी
अंधेरा हर तरफ और मैं दीपक की तरह जलता रहा।
काश कि उनकी नजरों से ऐसी कोई सिफारिश हो जाए।
जब से तुमको देखा है दिल बेकाबू हमारा है,
अगर मोहब्बत से पेश आते तो न जाने क्या होता।
मंजिल की तलाश में खुद को अकेले चलना होगा,
उजालों में चिरागों की अहमियत नहीं होती।
खुदा माना, आप न माने, वो लम्हे गए यूँ ठहर से,
तेरे इशारों पर मैं नाचूं क्या जादू shayari in hindi ये तुम्हारा है,
बिछड़ के मुझ से वो दो दिन उदास भी न रहे।
मुझे छोड़ने का फैसला तो वो हर रोज करता है,
बेचैन दिल को सुकूं की तलाश में दर-ब-दर तो न कर,
मैं जागता हूँ तेरा ख़्वाब देखने के लिए।
मगर उसका बस नहीं चलता मेरी वफ़ा के सामने।